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my favorite player: [ रूपरेखा : (1) प्रस्तावना (2) बचपन से ही रुचि (3) विद्यालय से रणजी मैच तक (4) भारत की राष्ट्रीय टीम में (5) महान शतकवीर (6) अन्य विशेषताएँ (7) भारतरत्न सम्मान। ]
क्रिकेट की दुनिया में अब तक अनेक नाम प्रसिद्ध हो चुके हैं। परंतु सचिन तेंडुलकर जैसी लोकप्रियता अब तक किसी को नहीं मिली। शतकवीर सचिन ही मेरे प्रिय खिलाड़ी हैं।
सचिन का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में हुआ। क्रिकेट के प्रति उनमें बचपन से रुचि थी। तीन-चार वर्ष के नन्हे सचिन घर के आँगन में ही क्रिकेट खेला करते थे। बल्लेबाजी वे करते थे और गेंदबाजी उनकी माँ करती थीं। सचिन के क्रिकेट खेल का यहीं से श्रीगणेश हुआ।
विद्यालय में पढ़ते समय सचिन ने जल्दी ही वहाँ की टीम में अपना स्थान बना लिया। गुरु रमाकांत आचरेकर ने सचिन को क्रिकेट का विधिवत प्रशिक्षण दिया। अंतर्विद्यालयीन स्पर्धाओं में सचिन ने खुलकर अपने कौशल का परिचय दिया। रणजी मैचों में उन्होंने शतक पर शतक बनाए। इस तरह वे क्रिकेट विशेषज्ञों की नजरों में चढ़ गए।
सन 1989 में सचिन को भारत की राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया। उस समय उन्होंने उम्र के सोलह वर्ष भी पूरे नहीं किए थे।
तब से 2013 तक वे भारतीय टीम के सितारा बल्लेबाज बने रहे। सचिन ने टैस्ट मैचों में 51 तथा एक दिवसीय मैचों में 49 शतक बनाए। इतने शतक बनाने वाले वे दुनिया के पहले क्रिकेट खिलाड़ी हैं। सचिन के बनाए कीर्तिमानों को तोड़ना मुश्किल है। अपने खेल से उन्होंने दुनिया में देश का गौरव बढ़ाया है।
सचिन खिलाड़ी के अलावा एक अच्छे इनसान भी हैं। प्रसिद्धि और पैसों ने उन्हें अभिमानी नहीं बनाया। उनके चरित्र और व्यवहार के बारे में कभी कोई शिकायत सुनने में नहीं आई।
स्वर्गीय सर ब्रेडमॅन के शब्दों में सचिन क्रिकेट जगत की एक जादुई वास्तविकता है। भारत सरकार ने सचिन को ‘भारतरत्न’ सम्मान से सम्मानित किया है। ऐसे महान शतकवीर सचिन मेरे प्रिय खिलाड़ी क्यों न हों ?