शाहिद कपूर और कृति सैनन स्टारर ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ एक साइंस फिक्शन लव-रोमांटिक फिल्म है। फिल्म में एआई तकनीक को एक अनोखे अंदाज में प्रदर्शित किया गया हैं। फिल्म की कहानी एक ऐसी लव स्टोरी है जो बिल्कुल हटकर और नामुमकिन है। फिल्म में एक रोबोट और इंसान के भावनात्मक जुड़ाव को दिखाया गया है। फिल्म को डायरेक्ट अमित जोशी और अराधना शाह ने किया है। शाहिद कपूर लंबे समय के बाद रोमांटिक कॉमेडी में नजर आएं हैं, जबकि कृति सेनन एआई रोबोट की भूमिका में नजर आईं।
फिल्म में आर्यन (शाहिद कपूर) एक रोबोट वैज्ञानिक है जो फीलिंग्स डेवलेप करता है जिसके घरवाले उसकी शादी के लिए उसके पीछे पड़े होते हैं लेकिन उसे कोई लड़की पसंद नहीं आती और वो शादी से दूर भागता रहता है। आर्यन की मौसी उर्मिला (डिंपल कपाड़िया) जो एक इंटेलिजेंट महिला रोबोट सिफरा ( कृति सैनन) को डेवलप करती हैं और जब आर्यन सिफरा से मिलता है तो उसे उससे प्यार हो जाता है लेकिन बाद में जब उसे पता चलता है वो एक रोबोट है तो वह हैरान हो जाता है। लेकिन ये जानते हुए भी की सिफरा एक रोबोट है आर्यन उससे शादी करना चाहता है.
कई साल पहले रजनीकांत की एक फिल्म आई थी ‘एथिरन’ जो हिंदी में भी बनी थी। ऐश्वर्या राय भी इसमें थीं। इसमें एक रोबोट का दिल एक लड़की पर आ गया था। फिर तो भारी उत्पात हुआ था । “तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में ठीक उल्टा होता है। इसमें एक आदमी यानी रोबोटिक्स इंजीनियर आर्यन (शाहिद कपूर) का दिल सिफ्रा ( कृति सैनन ) नाम की रोबोट लड़की पर आ जाता है।
ये जानते हुए भी सिफ्रा एक रोबोट है आर्यन उससे प्यार करने लगता है। सिफ्रा को बनाया है आर्यन की मौसी (डिंपल कापड़िया) ने जो अमेरिका में रहती है और वहां एक कंपनी चलाती है। बात सिर्फ प्यार तक सीमित नहीं रहती बल्कि शादी तक आ पहुंच जाती है। आर्यन सिफ्रा को अमेरिका से भारत बुलवा लेता है और अपने परिवारवालों से मिलवाता है। परिवार वालों को शक भी नहीं होता कि सिफ्रा एक रोबोट है। वो भी उसे पसंद करने लगते हैं और आर्यन- सिफ्रा शादी की तैयारियां शुरू कर देते हैं। क्या ये शादी होगी ? इसी मुद्दे पर ये फिल्म टिकी है।
फिल्म में शाहिद कपूर और कृति सैनन मुख्य भूमिका में हैं। इसके अलावा दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र और डिंपल कपाड़िया ने भी अहम रोल प्ले किया है। शाहिद और कृति दोनों ने अपने किरदार में शानदार अभिनय किया है। वहीं अगर फिल्म में रोबोट बनी कृति की बात करें तो उनके अलावा कोई भी इस भूमिका को इतने अच्छे से नहीं निभा पाता । रोबोट के अंदाज में कृति में वो सारी खूबियां नजर आ रही हैं जिस तरह आज के समय में एआई तकनीक से किसी रोबोट को डेवलप किया जा रहा है।
इसमें शक नहीं है कि फिल्म का विषय बहुत रोचक है और इसमें जो वाकए होते हैं वो हंसा हंसा के दर्शकों के पेट फुला देते हैं। खासकर शादी की तैयारियों वाले दृश्यों में अब क्या होगा’ का सस्पेंस लगातार मौजूद रहता है। शाहिद कपूर और कृति सैनन की जोड़ी आखिरी तक धमाल मचाती रहती है। फिल्म का संगीत और इसके गाने भी मनोरंजक हैं। इस फिल्म का मुख्य मुद्दा ये है कि जो रोबोट मनुष्य अपने काम और आराम के लिए बनाता है उनमें अगर जज्बात पैदा हो जाए तो क्या हो? वैसे रोबोट एक मशीन है और उसमें जज्बा नहीं होना चाहिए। वो मनुष्य के आदेश से चलता है। लेकिन अगर वे अपने भीतर भावना पैदा कर ले और किसी से दिल लगा ले तो फिर सब कुछ उल्टा पुल्टा हो जाएगा। इस सवाल को टटोलती ये फिल्म सोचने की दिशा में भी ले जाती है।
‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’
रेटिंग : ★★★
निर्देशक अमित जोशी, आराधना साह
कलाकार: शाहिद कपूर, कृति सैनन, डिंपल कापडिया, धर्मेंद्र, राकेश बेदी ।