हत्या के बाद शव को फिल्मी अंदाज में लगाया ठिकाने
अम्बिकापुर: अपराधी अपराध को कितना भी छिपा ले, एक ना एक दिन सच्चाई सामने आ ही जाती है। ऐसा ही कुछ हुआ संदीप लकड़ा की हत्या के मामले में। चोरी की शंका पर ठेकेदार ने अपने साथियों के साथ मिलकर संदीप लकड़ा की बेदम पिटाई कर उसकी हत्या कर दी और फिर हत्या को छिपाने फिल्मी अंदाज में जमीन के भीतर शव को दफन कर कब्र के ऊपर पानी टंकी का निर्माण करा दिया, लेकिन अब पुलिस ने आरोपियों के मुंह से सच्चाई उगलवा ली है। पुलिस ने मैनपाट के ग्राम लुरैना में जल मिशन की पानी टंकी का खोदकर कंकाल बरामद किया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य के सरगुजा ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। नजदीकी सीतापुर थाना अंतर्गत ग्राम बेलजोरा निवासी 28 वर्षीय दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा मिस्त्री का काम करता था और ठेकेदार अभिषेक पांडेय व अन्य के अधीन रहकर उलकिया में स्थित हाईस्कूल भवन निर्माण में कार्यरत था। युवक 7 जून को रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था। मृतक की पत्नी और परिजनों का आरोप है कि संदीप लकड़ा 7 जून को काम पर जाने की बात कहकर घर से निकला था, और इसके बाद प्रत्युष पांडेय उसे ढूंढ रहा था।
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मोबाइल कॉल की लोकेशन ने मामला उलझा दिया
आरोपियों ने बड़े ही शातिर तरीके से हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाया था। आरोपियों ने पहले तो युवक की पीट पीटकर हत्या कर दी और फिर अपराध छिपाने के लिए शव को दफन कर कबर के ऊपर टंकी बना दी। इधर पुलिस को उलझाने के लिए आरोपियों ने मृतक के मोबाइल का सहारा लिया। पुलिस जब भी मृतक की तलाश करती तो उसके मोबाइल फोन का लोकेशन गोवा, मुम्बई बता रहा था और जब वहां पहुंची तो उन्हें कुछ भी नहीं मिला।
ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है की आरोपियों का ही कोई साथी मृतक के मोबाइल को लेकर घूम रहा है और समय समय पर पुलिस को उलझाने के लिए मोबाइल फोन चालू करता है ताकि पुलिस व मृतक के परिजन को लगे कि मृतक अभी भी जिन्दा है।
निर्माण सामग्री की चोरी से जुड़ा है यह पूरा मामला
यह पूरा मामला निर्माण सामग्री की चोरी से जुड़ा है। अभिषेक पांडेय ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि संदीप लकड़ा ने अपने साथी के साथ मिलकर निर्माणाधीन स्थल से छड़ और सीमेंट की चोरी की है। इस मामले में पुलिस ने संदीप के साथी को गिरफ्तार किया था, लेकिन संदीप लकड़ा को फरार घोषित किया था। वहीं, मृतक के परिजन और समाज के लोग लगातार उसकी हत्या किए जाने का आरोप लगा रहे थे।
अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद, जब भी पुलिस ने अभिषेक से पूछताछ की, उसने पुलिस को गुमराह करते हुए बताया कि संदीप लकड़ा ही चोर है और फरार है। मृतक के फरार होने की जानकारी परिजनों को थी।
क्या आरोपियों पर होगी बुलडोजर कार्रवाई: अमरजीत
आदिवासी युवक की हत्या को लेकर प्रदेश के पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है। श्री भगत ने कहा कि यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे आदिवासी समाज की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। मुख्यमंत्री, जो स्वयं आदिवासी समाज से आते हैं, को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस मामले में न्याय मिले। क्या सरकार आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी, और क्या उनके घरों पर बुलडोजर चलाकर कार्रवाई की जाएगी, जैसा कि अन्य मामलों में देखा गया है?
जांच जारी है
अमोलक सिंह ढिल्लो, (एएसपी) ने कहा की, इस मामले में पहले से अपहरण का मामला दर्ज है। पुलिस ने जांच के बाद चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है, और मृतक का कंकाल बरामद कर लिया गया है। इस मामले की जांच अभी भी जारी है। बाकी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।