कर्ज में डूबे व्यक्ति की जिंदगी कई मुश्किलों से घिर जाती है। मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह और आर्थिक तंगी जैसे मुद्दे उसके जीवन का हिस्सा बन जाते हैं। ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए व्यक्ति विभिन्न उपाय करने की कोशिश करता है। ज्योतिष के अनुसार, व्यक्ति के जीवन में कर्ज बढ़ने का एक मुख्य कारण पितृ दोष होता है।
पितृ दोष क्या है?
पितृ दोष एक प्रकार का दोष होता है जो व्यक्ति की कुंडली में सूर्य और चंद्रमा के पीड़ित होने से उत्पन्न होता है। जब सूर्य के साथ राहु या चंद्रमा के साथ केतु का संयोजन होता है, तब पितृ दोष बनने की संभावना और बढ़ जाती है। इस दोष के प्रभाव से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाती है और उसे कर्ज के जाल में फंसना पड़ता है।
पितृ दोष के कारण कर्ज का बढ़ना
1. धन स्थान का कमजोर होना: कुंडली में धन स्थान का कमजोर होना व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है। ऐसे में व्यक्ति अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कर्ज लेता है और समय पर चुकाने में असमर्थ रहता है।
2. व्यापार में नुकसान: अगर व्यक्ति के व्यापार में लगातार नुकसान हो रहा हो, तो उसे अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कर्ज लेना पड़ता है।
3. भरोसे का टूटना: किसी पर भरोसा कर के उसे धन देना और फिर वह धन वापस न मिलना भी एक कारण है जिसके चलते व्यक्ति कर्ज में डूब सकता है।
4. गलत निवेश: नशे की लत या शेयर मार्केट में गलत निवेश के कारण भी व्यक्ति को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है, जिससे वह कर्ज में फंस जाता है।
5. पारिवारिक कलह: जिस घर में पितृ दोष होता है, वहां पारिवारिक कलह और तनाव बना रहता है, जिससे मानसिक शांति भंग होती है और व्यक्ति आर्थिक निर्णय लेने में असमर्थ हो जाता है।
पितृ दोष के निवारण
1. भगवान शिव की उपासना: पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की तरफ देखकर भगवान शिव की उपासना करनी चाहिए। ऐसा करने से मानसिक शांति मिलती है और पितृ दोष का प्रभाव कम होता है।
2. गाय के घी का दीपक: अमावस्या के दिन गाय के घी का दीपक शिव मंदिर में जाकर पूर्वजों के नाम पर अर्पण करना चाहिए। इस उपाय को सूर्यास्त के बाद करना आवश्यक है।
3. सूर्य को जल चढ़ाना: रोज सुबह पानी में लाल फूल और थोड़ा सा सिंदूर डालकर सूर्यदेव को अर्पित करना चाहिए।
4. घर की साफ-सफाई: घर की छत को साफ रखना चाहिए और अनावश्यक सामान घर में नहीं रखना चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और पितृ दोष का प्रभाव कम होता है।
कर्ज में डूबा व्यक्ति केवल तब ही कर्ज से मुक्त हो सकता है जब वह अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाए। पितृ दोष का निवारण करना और सही उपायों का पालन करना, व्यक्ति को आर्थिक समृद्धि की ओर ले जा सकता है। अतः इन उपायों को अपनाकर व्यक्ति अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकता है और कर्ज से मुक्ति पा सकता है।
इस प्रकार, पितृ दोष के कारण उत्पन्न समस्याओं से बचने के लिए ज्योतिष के उपायों का पालन करना चाहिए। यह न केवल व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाता है, बल्कि उसके मानसिक और पारिवारिक जीवन में भी संतुलन लाता है।