माता-पिता के दबाव से नाराज़ होकर हॉस्टल से भागी 17 वर्षीय छात्रा का चार लोगों ने अलग-अलग जगहों पर यौन शोषण किया। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर तकनीकी सहायता से छात्रा को ढूंढा और पूछताछ में यौन शोषण का खुलासा हुआ। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को पुणे, यवतमाळ, नाशिक और हिंगोली से गिरफ्तार किया। आरोपियों को अदालत ने चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
छत्रपति संभाजीनगर,(express24news.in):
माता-पिता द्वारा पढ़ाई के लिए दबाव डालने से नाराज होकर हॉस्टल छोड़कर भागी सत्रह वर्षीय मेडिकल की पढ़ाई की तैयारी कर रही एक छात्रा का यौन शोषण करने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस मामले में, वेदांतनगर पुलिस ने पुणे, यवतमाळ, नाशिक और हिंगोली से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 30 नवंबर को यह छात्रा छत्रपति संभाजीनगर के रेलवे स्टेशन इलाके के एक हॉस्टल से लापता हो गई थी। इस मामले में आरोपियों पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
छत्रपति संभाजीनगर के रेलवे स्टेशन इलाके के एक निजी हॉस्टल में ग्रामीण इलाके की एक 17 वर्षीय छात्रा रहती थी। यह छात्रा नीट परीक्षा की तैयारी कर रही है। 30 नवंबर को वह लड़की हॉस्टल छोड़कर चली गई थी। उसके पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर वेदांतनगर पुलिस स्टेशन में लड़की के नाबालिग होने के कारण अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया गया था।
इस मामले में पुलिस निरीक्षक प्रवीणा यादव ने टीम को लड़की की तलाश करने का आदेश दिया था। तकनीकी जानकारी से पता चला कि लड़की पुणे में है। सूचना के आधार पर टीम भेजकर इस लड़की को आठ दिन पहले वेदांतनगर पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में सामने आया चौंकाने वाला सच
लड़की को शहर के पुलिस स्टेशन लाने के बाद निरीक्षक यादव ने उससे पूछताछ की। शुरुआत में लड़की घबराई हुई थी। उसे दिलासा देकर पूछताछ करने के बाद उसने जो जानकारी दी वह चौंकाने वाली थी। गुस्से में लड़की पहले ट्रेन से मनमाड गई। फिर यवतमाळ जिले के पुसद, फिर मनमाड और फिर पुणे गई थी। लगातार आठ दिन तक लड़की बाहर रही। उसकी बेबसी का फायदा उठाते हुए मदद करने का लालच देकर अलग-अलग जगहों पर चार लोगों ने उसका यौन शोषण किया।
पुलिस निरीक्षक प्रवीणा यादव ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस मामले में बाल यौन अत्याचार कानून के तहत मामला दर्ज किया। लड़की को साथ लेकर शहरों में टीमें भेजकर चारों दरिंदों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों में समाधान उर्फ ओमकार बालाजी शिंदे (निवासी पुणे), निखिल अजय बोर्डे (निवासी मनमाड), प्रदीप शिवाजीराव शिंदे (निवासी वसमत) और रोहित बालू ढाकरे (निवासी पुसद) शामिल हैं।
इन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ उन्हें चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। यह कार्रवाई पुलिस निरीक्षक प्रवीणा यादव, पीएसआई गिरी, मोरे, सुपे, शिवा गायकवाड़ की टीम ने की।
पुलिस ने दिखाई संवेदनशीलता
पुलिस ने लड़की को खोजने के बाद उससे पूछताछ की। इसके बाद यह मामला सामने आया। पुलिस ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी। विभिन्न जिलों में टीमें भेजकर उन्होंने चारों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। घटनास्थल पर टीमों ने पंचनामा भी किया है।
मुख्य बातें:
एक 17 वर्षीय मेडिकल छात्रा का यौन शोषण।
चार आरोपियों की गिरफ्तारी (पुणे, यवतमाळ, नाशिक और हिंगोली से)।
अपहरण और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज।
पुलिस द्वारा दिखाई गई तत्परता और संवेदनशीलता।