रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं
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रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं

कोरोना महामारी के बाद से वर्क फ्रॉम होम का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। पहले ऑफिस में काम करने के दौरान यात्रा, सहकर्मियों के साथ बातचीत, और चाय या लंच ब्रेक के बहाने हलचल होती थी, जिससे शरीर को थोड़ा व्यायाम मिल जाता था। लेकिन घर से काम करते समय लंबे समय तक एक ही जगह बैठने की वजह से रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ी हैं। इन समस्याओं से बचने और रीढ़ की हड्डी का सही ख्याल रखने के लिए कुछ बुनियादी बातों को समझना बेहद जरूरी है।

रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं

रीढ़ की समस्याओं के बढ़ने के कारण
1. लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठकर काम करना।
2. गलत तरीके से बैठने से रीढ़ पर पड़ने वाला दबाव।
3. नरम सोफा या गद्दे पर बैठकर काम करना।
4. शारीरिक गतिविधियों की कमी।
5. अनुकूल फर्नीचर का न होना, जैसे कि बिना सहारे वाली कुर्सी।

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डॉक्टर और फिजियोथेरेपिस्ट की मदद

डॉक्टर की मदद:
– तीव्र दर्द का इलाज: तेज दर्द की स्थिति में नसों की सूजन कम करने के लिए पेन ब्लॉक (इंजेक्शन) थेरेपी का उपयोग किया जाता है।
– गंभीर अवस्था का इलाज: यदि मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं या पेशाब और मल त्याग में परेशानी होती है, तो की-होल सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं

फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका:
– रीढ़ के दर्द का आकलन करना और उचित व्यायाम की योजना बनाना।
– शरीर की गलत मुद्रा के कारण होने वाले तनाव का मूल्यांकन करना।
– मैन्युअल थेरेपी और विशेष व्यायामों के माध्यम से दर्द कम करना और गतिशीलता में सुधार करना।

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काम के लिए उपयुक्त स्थान की व्यवस्था
1. सही कुर्सी का चयन: रीढ़ को सहारा देने वाली और उचित ऊंचाई की कुर्सी का उपयोग करें।
2. आंखों की ऊंचाई पर स्क्रीन: लैपटॉप या कंप्यूटर स्क्रीन आंखों के स्तर पर होनी चाहिए।
3. सही मुद्रा: घुटनों और कूल्हों का कोण 90 डिग्री रखें और पैर जमीन पर टिके रहें।
4. ब्रेक लेना जरूरी: लंबे समय तक एक ही मुद्रा में न बैठें; बीच-बीच में खड़े हों और थोड़ा चलें।
5. नरम फर्नीचर से बचें: सोफा या गद्दे पर बैठकर काम करने से बचें।

रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं

रीढ़ की सेहत के लिए व्यायाम
– नियमित रूप से रीढ़ के लिए लाभकारी व्यायाम करें।
– सही व्यायाम सीखने के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।
– गर्दन और पीठ की मांसपेशियों पर अनावश्यक दबाव न पड़ने दें।

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अस्थायी दर्द से राहत के उपाय
– गर्म पानी की सिकाई करें।
– शरीर को आराम दें।
– दर्द बढ़ने की स्थिति में तुरंत डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह लें।

यदि रीढ़ की हड्डी की सेहत का सही ख्याल रखा जाए, तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है। सही जीवनशैली, कार्यस्थल पर उचित व्यवस्था और विशेषज्ञों की सलाह से हम रीढ़ के दर्द को “दूर” कर सकते हैं। इसलिए अपने शरीर को समय दें, सही व्यायाम करें और अपनी रीढ़ को स्वस्थ बनाए रखें!

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